Mangi tungi fort location : मांगी तुंगी किला महाराष्ट्र राज्य के नाशिक ज़िले में स्थित एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है। यह किला दो जुड़वां चोटियों – मांगी और तुंगी – पर स्थित है, और यह स्थान खासतौर पर जैन धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत पवित्र माना जाता है। यहाँ स्थित विशालकाय भगवान ऋषभदेव की मूर्ति के कारण यह स्थल दुनियाभर में प्रसिद्ध हो गया है।
मांगी तुंगी किला की लोकेशन (Mangi Tungi Fort Location)
- राज्य: महाराष्ट्र
- ज़िला: नाशिक
- निकटतम कस्बा: ताहराबाद
- भौगोलिक स्थिति: सह्याद्री की पर्वत श्रृंखला में
- उचाई: लगभग 4,343 फीट (1323 मीटर)
- लोकेशन कोऑर्डिनेट्स: 20.6907° N, 74.6256° E
यह किला नाशिक शहर से लगभग 125 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और सटाना (Satana) तालुका के पास पड़ता है।
कैसे पहुँचे (How to Reach Mangi Tungi Fort)

सड़क मार्ग (By Road):
- नाशिक से दूरी: लगभग 125 किमी
- मुंबई से दूरी: लगभग 270 किमी
- नाशिक, मुंबई, पुणे, या शिर्डी से टैक्सी या बस द्वारा सटाना पहुँचा जा सकता है।
- सटाना से मांगी तुंगी तक लोकल वाहन, ऑटो या जीप से पहुंचा जा सकता है।
रेल मार्ग (By Train):
- निकटतम रेलवे स्टेशन: नाशिक रोड रेलवे स्टेशन
- नाशिक स्टेशन से सटाना या ताहराबाद तक बस या टैक्सी से जाना होता है।
हवाई मार्ग (By Air):
- निकटतम हवाई अड्डा: ओझर एयरपोर्ट (नाशिक) – लगभग 100 किमी
- दूसरा विकल्प मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट है – लगभग 270 किमी दूर
मांगी तुंगी का धार्मिक महत्व

यह स्थान जैन धर्म के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। मान्यता है कि यहां कई तीर्थंकरों और जैन मुनियों ने मोक्ष प्राप्त किया था।
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मुख्य आकर्षण:

- भगवान ऋषभदेव की मूर्ति: यह दुनिया की सबसे ऊंची जैन मूर्ति है (125 फीट ऊँची)।
- मोक्षकल्याणक स्थल: कहा जाता है कि 99 लाख साधुओं ने यहीं मोक्ष प्राप्त किया।
- प्राचीन गुफाएँ: इन गुफाओं में 3000 साल पुरानी जैन मूर्तियाँ और शिलालेख हैं।
मांगी और तुंगी पर्वत

मांगी पर्वत:
- यहां कई जैन तीर्थंकरों की मूर्तियाँ बनी हुई हैं।
- पर्वत की चढ़ाई लगभग 3500 सीढ़ियाँ है।
तुंगी पर्वत:
- यह पर्वत भी मांगी जैसा ही है, लेकिन इससे अलग दिशा में।
- यहां से देखने पर सह्याद्री की घाटियाँ अद्भुत लगती हैं।
ट्रेकिंग और यात्रा जानकारी
- कुल सीढ़ियाँ: लगभग 4500
- समय: ऊपर चोटी तक पहुँचने में 2.5 से 3 घंटे लगते हैं।
- बेस्ट टाइम टू विज़िट: अक्टूबर से फरवरी (ठंडा मौसम और साफ दृश्य)
जरूरी सुझाव:
- आरामदायक जूते पहनें
- पानी और स्नैक्स साथ रखें
- सुबह जल्दी चढ़ाई शुरू करें
- बुज़ुर्गों के लिए कठिन हो सकता है
ठहरने की सुविधा (Accommodation)
- जैन समाज द्वारा निर्मित धर्मशाला, कमरे, डॉरमेट्री
- सस्ते और साफ़ लॉज आसपास मौजूद हैं
- पहले से बुकिंग करना बेहतर होगा, खासकर पर्व या जुलूस के समय
पास के अन्य आकर्षण
- सटाना बाजार: लोकल खरीदारी और स्नैक्स के लिए
- अंजनेरी पर्वत: हनुमान जी की जन्मभूमि मानी जाती है
- त्र्यंबकेश्वर मंदिर: एक ज्योतिर्लिंग और पवित्र तीर्थ
मांगी तुंगी यात्रा के लिए टिप्स
टिप्स | विवरण |
---|---|
मौसम | ठंड के मौसम में जाएं (अक्टूबर से फरवरी) |
कपड़े | हल्के, ढीले और आरामदायक कपड़े पहनें |
गाइड | लोकल गाइड ले सकते हैं, विशेष जानकारी के लिए |
धर्म | यह एक धार्मिक स्थल है, मर्यादा बनाए रखें |
कैमरा | फोटोग्राफी की अनुमति है, लेकिन मूर्तियों का सम्मान करें |
निष्कर्ष
मांगी तुंगी किला सिर्फ एक ट्रेकिंग या ऐतिहासिक स्थल नहीं, बल्कि एक दिव्य और आध्यात्मिक स्थान है। यहां की वायुमंडलीय शांति, प्राचीनता, और धार्मिकता हर यात्री को एक अद्भुत अनुभव देती है। अगर आप महाराष्ट्र में किसी शांत, शक्तिशाली और प्रेरणादायक जगह की तलाश में हैं, तो मांगी तुंगी की यात्रा जरूर करें।