बहुत से लोगों के मन में यह सवाल जरूर आता होगा कि “What is mangi tungi” यह नाम सुनने में जितना रोचक लगता है, उतना ही खास और अद्भुत इसका इतिहास और धार्मिक महत्व भी है। महाराष्ट्र के नाशिक जिले की पहाड़ियों में बसा यह स्थान न केवल जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, बल्कि ट्रेकिंग और प्रकृति प्रेमियों के लिए भी एक स्वर्ग है। तो चलिए, आज के इस लेख में विस्तार से जानते हैं मांगी तुंगी का पूरा इतिहास, धार्मिक महत्व, वहां तक पहुंचने के रास्ते और वह सब कुछ जो आपके इस सवाल का जवाब देगा — मांगी तुंगी क्या है?
यहां दो प्रमुख पहाड़ियाँ हैं –
- मांगी (Mangi) – पश्चिम दिशा में, ऊँचाई: 4,343 फीट
- तुंगी (Tungi) – पूर्व दिशा में, ऊँचाई: 4,366 फीट
दोनों पहाड़ियाँ मिलकर इस स्थान को “मांगी-तुंगी” नाम देती हैं। यह क्षेत्र सह्याद्रि पर्वत श्रृंखला का हिस्सा है।
मांगी तुंगी क्या है? | What is mangi tungi
विषय | विवरण |
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स्थान (Location) | सटाणा तालुका, नाशिक ज़िला, महाराष्ट्र |
राज्य | महाराष्ट्र |
प्रसिद्ध क्यों है? | जैन तीर्थ स्थल, भगवान ऋषभदेव की 108 फीट ऊँची मूर्ति, ट्रेकिंग, प्राकृतिक सौंदर्य |
दो प्रमुख पहाड़ियाँ | मांगी (4,343 फीट) – पश्चिम, तुंगी (4,366 फीट) – पूर्व |
प्रमुख मूर्ति | भगवान ऋषभदेव की 108 फीट ऊँची प्रतिमा (Statue of Ahimsa) |
धार्मिक महत्व | हजारों जैन तीर्थंकरों और साधुओं ने यहीं मोक्ष प्राप्त किया |
ट्रेकिंग | लगभग 3,500 सीढ़ियाँ, ट्रेकिंग समय – 1.5 से 2.5 घंटे |
घूमने का सही समय | अक्टूबर से मार्च (ठंडा और सुखद मौसम) |
निकटतम स्टेशन | मनमाड़ जंक्शन (~125 किमी), नासिक रोड (~125 किमी), धुले (~100 किमी) |
निकटतम शहर | सटाणा (~30 किमी), नासिक, मनमाड़ |
मुंबई से दूरी | ~290 किमी (मुंबई → इगतपुरी → नासिक → सताणा → मांगी तुंगी) |
पुणे से दूरी | ~315 किमी (पुणे → मनमाड़ → सताणा → मांगी तुंगी) |
सूरत से दूरी | ~250 किमी (सूरत → सपुतारा → सताणा → मांगी तुंगी) |
आवास सुविधा | जैन धर्मशालाएं, आश्रम, नजदीकी होटल |
भोजन व्यवस्था | सादा सात्विक भोजन, धर्मशालाओं में उपलब्ध |
मुख्य आकर्षण | भगवान ऋषभदेव की मूर्ति, प्राचीन जैन गुफाएं, शांत वातावरण, ट्रेकिंग |
मांगी तुंगी का धार्मिक महत्व
- मांगी तुंगी जैन धर्म का प्राचीन तीर्थ स्थल है।
- ऐसा माना जाता है कि यहां अनगिनत जैन तीर्थंकरों और साधु-साध्वियों ने मोक्ष प्राप्त किया।
- पहाड़ियों पर आपको प्राचीन जैन मंदिर, चट्टानों पर उकेरी गई मूर्तियाँ, और गुफाएँ देखने को मिलती हैं।
- यहां की सबसे प्रसिद्ध संरचना है – भगवान ऋषभदेव की 108 फीट ऊँची मूर्ति, जिसे “Statue of Ahimsa” कहा जाता है। यह दुनिया की सबसे ऊँची जैन मूर्ति मानी जाती है।
मांगी तुंगी ट्रेक और यात्रा अनुभव

- पहाड़ी की चोटी तक पहुंचने के लिए करीब 3,500 सीढ़ियाँ चढ़नी होती हैं।
- यात्रा के दौरान आपको हरियाली, घाटियाँ, प्राकृतिक सौंदर्य और शांति का अनुभव होता है।
- मानसून के बाद अक्टूबर से मार्च तक का समय यहां ट्रेकिंग के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।
- ट्रेक के दौरान जगह-जगह पर विश्राम स्थल, जल स्रोत, और भक्तों के लिए धर्मशालाएं भी उपलब्ध हैं।
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मांगी तुंगी कैसे पहुंचें? (Mangi Tungi Kaise Jayein)

मार्ग | विवरण |
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रेलवे स्टेशन | निकटतम स्टेशन मनमाड़ जंक्शन, इसके अलावा नासिक रोड, धुले, और जळगांव स्टेशन भी पास हैं। |
हवाई अड्डा | नासिक और औरंगाबाद निकटतम एयरपोर्ट हैं। |
सड़क मार्ग | मांगी तुंगी सटाणा से लगभग 30 किमी दूर है, जहाँ से आप टैक्सी या लोकल वाहन से पहुँच सकते हैं। |
Surat, Gujarat से Mangi Tungi कैसे जाएं?
- दूरी: लगभग 250–270 किलोमीटर
- अनुमानित समय: 6–7 घंटे (सड़क मार्ग से)
मार्ग (By Road):
Surat → Bardoli → Songadh → Saputara → Vani → Satana → Mangi Tungi
- यह सबसे सुंदर और प्राकृतिक मार्ग है।
- मार्ग में सह्याद्रि की घाटियाँ और हरे-भरे जंगल मिलते हैं।
रेल मार्ग:
- Surat से Manmad Junction के लिए ट्रेन पकड़ें।
- Manmad से Satana या Mangi Tungi टैक्सी/बस से पहुंच सकते हैं (लगभग 50–60 किमी)।
Pune से Mangi Tungi कैसे जाएं?
- दूरी: लगभग 280–300 किलोमीटर
- अनुमानित समय: 7–8 घंटे (सड़क मार्ग से)
मार्ग (By Road):
Pune → Nashik → Satana → Mangi Tungi
- पुणे से नासिक तक शानदार हाईवे है।
- नासिक से सताणा होकर मांगी तुंगी तक पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग:
- Pune से Manmad या Nashik Road स्टेशन तक ट्रेन लें।
- फिर वहां से टैक्सी या लोकल बस से सताणा और फिर मांगी तुंगी।
Mumbai से Mangi Tungi कैसे जाएं?
- दूरी: लगभग 280–300 किलोमीटर
- अनुमानित समय: 7–8 घंटे
मार्ग (By Road):
Mumbai → Igatpuri → Nashik → Satana → Mangi Tungi
- यह एक सीधा और अच्छा रोड मार्ग है।
- रास्ते में हिल स्टेशन और घाटियाँ भी देख सकते हैं।
रेल मार्ग:
- Mumbai से Manmad Junction या Nashik Road के लिए कई ट्रेनें उपलब्ध हैं (लोकमान्य तिलक, CST आदि से)।
- फिर वहां से टैक्सी या बस द्वारा मांगी तुंगी।
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सुझाव:
- Manmad Junction सबसे नजदीकी प्रमुख रेलवे स्टेशन है।
- मानसून और सर्दियों में यात्रा करना अधिक सुखद रहता है।
- मांगी तुंगी पहुंचने के अंतिम 30 किमी में पहाड़ी रास्ता है – वाहन की स्थिति अच्छी होनी चाहिए।
देखने योग्य स्थल
- 108 फीट भगवान ऋषभदेव की मूर्ति (Statue of Ahimsa)
- जैन गुफाएं और प्राचीन मूर्तियाँ
- शिखर मंदिर और दिगंबर जैन मंदिर
- प्राकृतिक व्यू पॉइंट और घाटियाँ
ठहरने की सुविधा

यहां पर कई जैन धर्मशालाएं, आश्रम, और गेस्ट हाउस उपलब्ध हैं जो भक्तों को बहुत ही सस्ती दरों पर भोजन व रुकने की सुविधा प्रदान करते हैं। नज़दीकी शहरों जैसे सटाणा, मनमाड़ या नासिक में होटल विकल्प भी मौजूद हैं।
(FAQs)
मांगी तुंगी किस धर्म से जुड़ा हुआ है?
यह जैन धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल है, परंतु सभी धर्मों के लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं।
मांगी तुंगी जाने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
अक्टूबर से मार्च के बीच का मौसम ट्रेकिंग और दर्शन दोनों के लिए उपयुक्त होता है।
क्या यहां ट्रेक करना मुश्किल है?
सीढ़ियाँ थोड़ी लंबी हैं, परंतु नियमित रुकने और पानी साथ रखने से यात्रा सुखद रहती है।
मांगी तुंगी में क्या खास है?
यहां की 108 फीट की भगवान ऋषभदेव की मूर्ति, प्राचीन जैन गुफाएं, और अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य इस स्थान को विशेष बनाते हैं।
निष्कर्ष
मांगी तुंगी न सिर्फ एक तीर्थ स्थल है, बल्कि यह आत्मशांति, प्रकृति और रोमांच का एक अनोखा संगम है। यहाँ की धार्मिक ऊर्जा, ऐतिहासिकता और पर्वतीय वातावरण हर व्यक्ति के मन को छू जाते हैं। अगर आप अपने जीवन में एक बार भी धार्मिक यात्रा, आत्मिक खोज या प्राकृतिक ट्रेकिंग का अनुभव लेना चाहते हैं, तो मांगी तुंगी की यात्रा ज़रूर करें।
शांति, श्रद्धा और सौंदर्य का संगम – यही है मांगी तुंगी।